Pic: ANI

नई दिल्ली/इंदौर. वैसे तो कार चलाते समय कई कारणों से एक्सीडेंट (Highway Accident) के मामले देखे-सुने गए हैं, वहीं इनमे से एक कारण कार चलाते समय नींद (Sleep) का आना भी है। वहीं ऐसा पाया गया है कि लंबे सफर के दौरान थकान की वजह से कई बार लोगों की आंखें भारी होने लगती है। वरना कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। ये एक गंभीर समस्या है, जिस पर काम किया जा रहा है। 

लेकिन अब इससे भी बचाव का एक तरीका आ अगया है. जी हां, दरअसल MP के इंदौर के कुछ होनहार छात्रों ने चालक के नींद में होने के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए एक एंटी स्लीप अलार्म बनाया है। इस ग्रुप के एक एक छात्र ने बताया, “एंटी स्लीप अलार्म में एंटी स्लीप ग्लासेस लगाया है जिससे अगर चालक को गाड़ी चलाते समय नींद आ जाती है तो इसका बजर बजेगा और अगर चालक की आंख नहीं खुलती है तो गाड़ी का पहिया रुक जाएगा।”

वहीं इसे महत्वपूर्ण गजेट को बनाने वाले अभिषेक पाटीदार, छात्र, श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, ने बताया कि, “इसे बनाने में 3 सप्ताह का समय लगा और हम चारों लोगों ने इसे बनाया है। अभी तक ये प्रोटोटाइप है इसके बाद हम मैन्युफैक्चरर से बात करेंगे उसके बाद हम इसे मार्केट में उतारने की भी कोशिश करेंगे।”

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के नागपुर में ऐसी डिवाइस तैयार की गई है, जो ड्राइविंग के दौरान नींद आने पर आपको अलर्ट करेगी और हादसा होने से भी बचाएगी। ऐसी भी खबर है कि, जल्द ही नागपुर का परिवहन विभाग इस डिवाइस को वाहनों में लगाने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, इसे पहले कुछ ही वाहनों में लगाकर इसका बाकायदा टेस्ट किया जाएगा। उसके बाद ही इस पर कोई ठोंस अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। 

एक बात और आपको यह जानकर हैरानी होगी कि, NCRB यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, लापरवाही से वाहन चलाने के कारण देश में साल 2020 में 1.20 लाख लोगों की मौत हुई थी। वहीं, इससे पहले वर्ष 2019 में 1.36 लाख और साल 2018 में 1.35 लाख मौतें हुई थीं। इन लापरवाहियों में नींद या झपकी लेना भी प्रमुखता से शामिल हैं। इसीलिए ड्राइव करते समय इन सभी बातों का ध्यान रखें। 

 





Supply hyperlink

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *