संभल/लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) जिले के चंदौसी थाना क्षेत्र में एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत ढहने से मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर दस हो गई। परिक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने यह जानकारी दी। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
Demise toll in #Sambhal roof collapse incident reached to eight. DIG Shalabh Mathur says no less than 4,5 individuals are stated to be lacking, rescue operation will proceed as we speak additionally. Whole 11 individuals rescued in incident of roof collapse in Chandausi space of Sambhal district. pic.twitter.com/IZkU6u0nFt
— All India Radio Information (@airnewsalerts) March 17, 2023
उन्होंने घटना के पीछे के कारणों की जांच के लिए एक समिति भी गठित की है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया, “चंदौसी थाना क्षेत्र के मई गांव में इस्लाम नगर मार्ग पर स्थित एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत बृहस्पतिवार को अचानक ढह गई थी। इस घटना में अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है।”
Sambhal chilly storage godown collapse | Demise toll rises to 10. 11 individuals rescued, of which 5 persons are below medical remedy & 6 individuals discharged from the hospital. 3 individuals stay lacking. Case registered in opposition to 2 individuals: Moradabad DIG Shalabh Mathur pic.twitter.com/vZPnuaNzmb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 17, 2023
लखनऊ में एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हादसे में घायल लोगों को नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराने को भी कहा है। प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आयुक्त और डीआईजी (पुलिस उप महानिरीक्षक), मुरादाबाद के नेतृत्व में एक जांच समिति भी गठित की है, जो कोल्ड स्टोरेज ढहने के कारणों की जांच करेगी और जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी।
जिलाधिकारी बंसल ने बताया कि मलबे में से कंक्रीट और अन्य निर्माण सामग्री हटा ली गई है और अब आलू के बोरों को निकालने का काम किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने कहा कि हादसे के शिकार कुछ अन्य लोगों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि कोल्ड स्टोरेज में राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी है। परिक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज से अभी तक 21 लोगों को निकाला जा चुका है, जिनमें से दस की मौत हो चुकी है और बाकी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संभल के जिलाधिकारी बंसल ने बताया कि मुरादाबाद के एक अस्पताल में पांच घायलों का इलाज जारी है, जबकि छह अन्य घायलों को चिकित्सकीय उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। माथुर ने बृहस्पतिवार देर शाम संवाददाताओं से कहा था, “मलबे में अब भी कई लोग दबे हो सकते हैं। कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया गैस के सिलिंडर रखे होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य में बहुत एहतियात बरती जा रही है। बचाव अभियान कल सुबह तक जारी रहने की संभावना है।”
माथुर ने बताया था कि कोल्ड स्टोरेज के मालिक अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा था कि अंकुर और रोहित घटना के बाद से फरार हैं और दोनों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम लगाई गई है। माथुर ने कहा था कि प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी।
उन्होंने बताया था, “कोल्ड स्टोरेज का जो हिस्सा ढहा है, वो तीन माह पहले ही बनाया गया था, लेकिन इसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी। इसके अलावा, कोल्ड स्टोरेज में क्षमता से अधिक मात्रा में आलू रखा गया था।” पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।