मुंबई: वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब (YouTube) पर वीडियो (Video) देखने वाले यूजर्स के लिए अच्छी खबर (Good Information) है। अब 6 अप्रैल से यूजर्स को यूट्यूब पर दिखने वाले विज्ञापनों (Commercial) से छुटकारा मिलने जा रहा है। कंपनी ने कहा है कि वह प्लेटफॉर्म (Platforms) में कई नए बदलाव कर रही है। इसके मुताबिक अब यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर ओवरले विज्ञापनों (Over Lay Advert) को हटा दिया जाएगा। यह बदलाव वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर 6 अप्रैल (6 April) से लागू होगा। कंपनी ने इसकी जानकारी अपने यूट्यूब सपोर्ट पेज (YouTube Assist Web page) पर शेयर की है। लेकिन यूजर्स को वीडियो देखते समय बैनर या छोटे विज्ञापनों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
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कंपनी के मुताबिक यह नया फीचर सिर्फ यूट्यूब के डेस्कटॉप वर्जन (Desktop Model) पर लागू होगा। इसलिए मोबाइल एप यूजर्स फिलहाल इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे। ओवरले विज्ञापन वीडियो के ऊपर या नीचे दिखाई देते हैं। जो वीडियो के साथ नजर आ रहा है। वीडियो चलाने के दौरान इन विज्ञापनों से कोई समस्या नहीं होती है। मोबाइल (Cellular) पर इस तरह के विज्ञापन कम ही दिखाए जाते हैं। आप इन विज्ञापनों को क्रॉस बटन पर क्लिक करके भी हटा सकते हैं। लेकिन इन विज्ञापनों को हटाना बहुत कठिन है। क्योंकि अक्सर क्रॉस पर क्लिक करने के बाद यह आपको सीधे विज्ञापन पेज पर ले जाता है, ऐसे में वीडियो देखने का मजा खो जाता है।
YouTube पर और किस प्रकार के विज्ञापन हैं?
डिस्प्ले विज्ञापन: ये विज्ञापन डेस्कटॉप पर वीडियो के दाईं ओर और फ़ोन और डेस्कटॉप पर वीडियो के ऊपर दिखाई देते हैं। इन विज्ञापनों से वीडियो देखने में कोई परेशानी नहीं होती है।
छोड़े जा सकने वाले वीडियो विज्ञापन: ये विज्ञापन मुख्य वीडियो के पहले या उसके दौरान चलते हैं। यूजर्स इसे 5 सेकंड के बाद स्किप कर सकते हैं।
स्किप न करने योग्य वीडियो विज्ञापन: इन विज्ञापनों को मुख्य वीडियो से पहले देखा जाना चाहिए। ये विज्ञापन आमतौर पर 15-30 सेकंड तक चलते हैं।
बंपर विज्ञापन: ये विज्ञापन स्किप नहीं किए जा सकते, लेकिन इनकी औसत लंबाई लगभग 6 सेकंड होती है।
स्पोंसर वीडियो: ये विज्ञापन वीडियो के बीच में किसी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दिखाते हैं।