नयी दिल्ली. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजम सेठी ने शुक्रवार को साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तानी टीम भारत में वनडे विश्व कप खेलने तभी जायेगी जब भारतीय टीम आगामी एशिया कप और 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने सरहद पार जायेगी। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने हाल ही में ‘हाइब्रिड मॉडल’ को खारिज कर दिया। सेठी का मानना है कि भारत और पाकिस्तान जब तक एक दूसरे के देश में खेलना शुरू नहीं करते , यही एक विकल्प नजर आ रहा है।

पीटीआई के साथ सेठी के विशेष साक्षात्कार के अंश : प्रश्न: एशिया कप की क्या स्थिति है और आपके प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल पर एसीसी की क्या प्रतिक्रिया थी।

उत्तर : मौजूदा हालात में हमने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान में चार मैच हों और बाकी मैच किसी तटस्थ स्थान पर खेले जा सकते हैं। एशियाई क्रिकेट परिषद दो फैसले ले सकती है। या तो वह राजी हो और मेरे इस प्रस्ताव के अनुसार शेड्यूल बनाये या कह दे कि सारे मैच तटस्थ स्थान पर खेले जायेंग। पहला विकल्प लेने पर सब कुछ सुलझ जायेगा। दूसरा विकल्प चुनने पर हम एशिया कप नहीं खेलेंगे। हम जय शाह और दूसरों के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

प्रश्न : एशिया कप नहीं खेलने पर क्या पाकिस्तान का एसीसी में बने रहने का कोई मतलब है।

उत्तर : इस बारे में एसीसी को सोचना है। एसीसी का अगला अध्यक्ष पीसीबी से होगा। अब हमारी बारी है। हम एसीसी में बने रहना चाहते हैं या यूं कहें कि पाकिस्तान के बिना एसीसी हो ही नहीं सकती। एसीसी को सबसे ज्यादा राजस्व भारत और पाकिस्तान से ही मिलता है। पाकिस्तान अगर एशिया कप में नहीं खेलता है तो प्रसारक स्टार नेटवर्क को दिक्कत हो सकती है।इसलिये एशिया कप और एसीसी के लिये भारत और पाकिस्तान दोनों अहम है। यही वजह है कि मैने हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रखा था। हमने यह तक कहा कि पाकिस्तान में चार ही मैच होने दीजिये और बाकी मैच तटस्थ स्थान पर खेले जायें। हमने एक मसले का ही नहीं बल्कि विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी का भी हल निकाल दिया है। हम अगर भारत खेलने नहीं जाते तो भी समस्या होगी और भारतीय टीम पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने नहीं आती तो भी दिक्कत होगी।

प्रश्न : भारतीय टीम राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान नहीं जा रही है लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद क्या आपको लगता है कि मौजूदा सुरक्षा हालात में दूसरी टीमें वहां आयेंगी।

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उत्तर : इमरान खान का प्रदर्शन छह महीने से चल रहा है। न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम रावलपिंडी, लाहौर, कराची में खेली थी जहां प्रदर्शन चल रहे थे। यह कोई मसला नहीं है। इन टीमों को वीवीआईपी सुरक्षा दी गई थी। इस्लामाबाद में कोई दिक्कत होती भी है तो पिंडी, मुल्तान, लाहौर और कराची में खेला जा सकता है। एशिया कप सितंबर में होगा और क्या आपको लगता है कि उस समय पाकिस्तान जल रहा होगा और हम क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे। अगर हालात ऐसे होते हैं तो मैं खुद कहूंगा कि मैच तटस्थ स्थान पर हो। हम भी नहीं चाहते कि हमारे माननीय मेहमान पाकिस्तान में आकर दंगों का सामना करे। हमें उनकी परवाह है।

प्रश्न : अगर एसीसी चार मैचों के हाइब्रिड मॉडल पर राजी हो जाती है तो क्या पाकिस्तान विश्व कप में हाइब्रिड मॉडल पर भारत में खेलेगा।

उत्तर : फिलहाल मसला एशिया कप है। मैं चाहता हूं कि हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाये और कामयाब हो। भारतीय टीम अगर चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने नहीं आती तो हमें दिक्कत होगी। पाकिस्तान अगर भारत में नहीं खेलता तो भी दिक्कत होगी। असल समस्या भारतीय टीम का पाकिस्तान आने से इनकार करना है। या तो हम एक दूसरे से बिल्कुल नहीं खेले या बीच का कोई रास्ता निकालें। भारत और पाकिस्तान सभी टूर्नामेंटों में एक दूसरे से एक दूसरे के देश में नहीं खेलें। कोई बड़ी बात नहीं। इसके बावजूद खेल हो सकता है। (एजेंसी) 





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