इस बीच, महरिया के घर वापसी समारोह के दौरान राजे भी अनुपस्थित रहीं। जबकि सूत्रों ने कहा कि उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था। राजे के दफ्तर में फोन लगाने पर कोई जवाब नहीं आया। पार्टी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर एकजुट दिखाने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन हालात इतने अच्छे नहीं हैं।
विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले पार्टी में गुटबाजी कई सवाल खड़े करती है, वह भी ऐसे समय में जब पार्टी कर्नाटक और हिमाचल में भी हार गई है। पार्टी के नेताओं का दावा है कि राजे व्यक्तिगत कारणों से अनुपस्थित थीं, वहीं अन्य नेताओं ने पुष्टि की कि वह अपने व्यक्तिगत कार्यक्रमों में जनता से मिल रही थी। हाल ही में नागौर में उनका कार्यक्रम काफी हिट रहा था।
आईएएनएस के इनपुट के साथ