गौरतलब है कि वसुंधरा राजे सिंधिया पिछले कई महीनों से राजस्थान के साथ-साथ दिल्ली में भी सक्रिय रही हैं। उन्होंने राजस्थान में अकेले अपने दम पर बड़े-बड़े कार्यक्रम कर एक ओर जहां अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का प्रयास किया तो वहीं दिल्ली आकर पार्टी के आला नेताओं के सामने अपनी बात भी रखी। लेकिन, ताजा कदम से बीजेपी आलाकमान ने उन्हें एक संकेत तो दे ही दिया है और अब पार्टी को उनके रुख का भी इंतजार है।
हालांकि, सूत्रों की मानें तो कोई भी अंतिम या बड़ा फैसला करने से पहले वसुंधरा राजे सिंधिया गुट को अभी भी चुनाव प्रचार अभियान समिति के ऐलान का इंतजार है। हालांकि, संकेत बिल्कुल साफ हैं, लेकिन वसुंधरा गुट आखिरी समय तक इंतजार करने को तैयार है। राजे के समर्थकों को अभी भी यह लग रहा है कि पार्टी उनके कद और प्रभाव को देखते हुए उन्हें राजस्थान चुनाव अभियान में महत्वपूर्ण और सम्मानजनक भूमिका दे सकती है, इसलिए फिलहाल उनका गुट अभी भी अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है।