मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच आज पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने नरसिहपुर में जनता से वादा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर राज्य के लोगों को पांच सौ रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणाओं और आश्वासन के नशे में हैं।
रविवार को राज्य के नरसिंहपुर जिले में कांग्रेस की विशाल जनसभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। वहीं कांग्रेस की 15 माह की सरकार के दौरान किए गए कामों का ब्यौरा भी दिया। साथ ही वादा किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। लाडली बहना योजना को लेकर भी कमलनाथ ने वादा किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही महिलाओं को 1500 रुपए महीना दिया जाएगा।
मैं वचन देता हूँ कि-
⬆️ मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर हम महिलाओं को 1500 रूपये प्रतिमाह देंगे।
⬆️ मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर गैस सिलेंडर 500 रूपये में दिया जाएगा।
आईये ! हम और आप मिलकर मध्यप्रदेश की नई तस्वीर बनायें। pic.twitter.com/9hbPiQnxXg
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 19, 2023
नरसिंहपुर प्रवास के दौरान कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी बड़ा हमला बोला और कहा कि चौहान घोषणाओं और आश्वासन के नशे में हैं। वह प्रदेश में आश्वासन और घोषणाओं के मिशन पर निकले हुए हैं। 18 साल में उन्हें जिन कामों की याद नहीं आई वह काम उन्हें अब याद आ रहे हैं। उन्हें कभी लाडली बहना याद आ जाती है, कभी आदिवासी याद आ रहे हैं, तो कभी किसान याद आ रहे हैं, हर चुनाव के पहले इसी प्रकार की कलाकारी में लग जाते हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणाओं का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा कि रोज ऐसी ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं जिनकी चुनाव तक तो शायद शुरूआत भी नहीं हो पाएगी, प्रदेश की जनता हिसाब मांग रही है। उनका दौरा कार्यक्रम जब हम देखते हैं तो रोज कहीं न कहीं जाकर कलाकारी करना और जनता को गुमराह करते नजर आते हैं। वे घोषणा और आश्वासन के नशे में हैं।
केंद्र सरकार के रवैए पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा है, यह घोर अन्याय है। स्पष्ट है कि जो राहुल गांधी बोलना चाहते हैं उससे सरकार भागना चाहती है। मैं 40 साल तक लोकसभा का सदस्य रहा हूं। ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण रवैया आज तक नहीं रहा किसी भी सरकार का। प्रधानमंत्री सदन में राहुल गांधी जी पर आरोप लगाते हैं परंतु जब राहुल गांधी अध्यक्ष से बोलने की स्वीकृति मांगते हैं तो उन्हें स्वीकृति नहीं दी जाती है।