सैयद जाफर ने कहा कि कमीशनखोरी बच्चों का भविष्य निगल गई है। शिवराज को भ्रष्टतम सरकार के मुखिया होने पर और होनहार बच्चों के भविष्य को अंधकारमय करने पर कब शर्म आएगी। जो 50 प्रतिशत कमीशन खाता है, भ्रष्टाचार में अव्वल आता है।

कांग्रेस ने फिर भ्रष्टाचार पर शिवराज सरकार को घेरा, पर्चे लीक कराने वालों को बचाने का लगाया आरोप
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मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार पर 50 फीसदी कमीशनबाजी का आरोप लगाने पर कई जगह केस दर्ज कर दिए जाने के बावजूद कांग्रेस ने आज फिर बीजेपी सरकार को भ्रष्टाचार पर घेरा। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने जहां शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाया, वहीं मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने बोर्ड परीक्षा के पर्चों को लीक कराने में शामिल बीजेपी नेताओं और अफसरों को बचाने का आरोप लगाया है।

राज्य में विधानसभा चुनाव करीब है और ऐसे में कांग्रेस के बीजेपी सरकार पर हमले तेज हो चले हैं। इससे पहले, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सरकार पर 50 फीसदी कमीशन का आरोप लगाया, जिसमें उन्हें कई कांग्रेस के नेताओं का साथ मिला और यह मामला सियासी गलियारों से पुलिस थानों तक पहुंच गया और प्रियंका गांधी, कमलनाथ, अरुण यादव समेत कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केस दर्ज हो गया।

अब एक बार फिर अरुण यादव ने शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि शिक्षक भर्ती में फिर से गड़बड़ी ? सरकार ने दो मई 2023 को 7500 शिक्षक भर्ती वर्ग तीन का विज्ञापन निकाला। लिखित परीक्षा पास करने के बाद काउंसिलिंग के लिए 6500 से अधिक चयनित शिक्षकों को बुलाया। यानी विज्ञापन से 1000 कम। फिर 10 अगस्त को निकाले एक आदेश के अनुसार अभी तक जिलेवार नियुक्ति सिर्फ 5500 शिक्षकों की हुई। चयनित शिक्षक इस बात से परेशान हैं कि आखिर सरकार ने 2000 पदों का क्या किया? चयनित शिक्षकों को इसका जवाब देने को कोई तैयार नहीं है।

वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने बोर्ड परीक्षाओं के पर्चे लीक होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की भ्रष्ट सरकार ने स्वीकारा पेपर लीक घोटाला,10वीं और 12वीं के पेपर हुए हैं लीक। इस मामले में बड़े नेताओं और बड़े अधिकारियों को बीजेपी सरकार बचा रही है। जांच में प्रिंसिपल, टीचर और चपरासी के शामिल होने के सबूत मिले हैं।

जाफर ने आगे कहा है कि इतना बड़ा घोटाला बिना सरकार के मंत्रियों और बड़े अफसर के सहयोग के नहीं हो सकता है। घोटाले की वजह से योग्य बच्चे निराश हैं। कमीशनखोरी बच्चों का भविष्य निगल गई है। शिवराज को भ्रष्टतम सरकार के मुखिया होने पर और होनहार बच्चों के भविष्य को अंधकारमय करने पर कब शर्म आएगी। जो 50 प्रतिशत कमीशन खाता है, भ्रष्टाचार में अव्वल आता है।




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