दिल्ली दौरे के दौरान सोमन्ना के केंद्रीय खनन, कोयला और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलने की संभावना है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि सोमन्ना पार्टी में अपनी स्थिति पर स्पष्टता लेने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। वह येदियुरप्पा और उनके बेटे विजयेंद्र के हस्तक्षेप को रोकने की मांग कर रहे हैं।
लिंगायत नेता येदियुरप्पा द्वारा बीजेपी में लाए गए सोमन्ना ने उस समय येदियुरप्पा का समर्थन नहीं किया था, जब उन्होंने कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) बनाने के लिए बीजेपी छोड़ दी थी और तब से दोनों नेता आपस में भिड़ते रहे हैं। सोमन्ना ने कहा, “सीधी बात आपको मुसीबत में डाल देगी। मैं यहां किसी के सामने गिड़गिड़ाने नहीं आया हूं। मुझे पता है कि उचित व्यवहार कैसे करना है और मैं आसानी से हंस नहीं सकता। मैंने सीधी राजनीति की है। मौजूदा हालात में यही कड़वी सच्चाई है।”