Dharmendra का जन्म लुधियाना के पास स्थित साहनेवाल गांव में हुआ था। उनका बचपन वहीं बीता और स्कूली पढ़ाई भी वहीं से की। धर्मेंद्र ने अपने गांव वाले घर की झलक तब दिखाई थी, जब एक बार वह एक्टर विनय पाठक के शो ‘हर घर कुछ कहता है’ में गए थे। उस शो में धर्मेंद्र बचपन की पुरानी यादों में खो गए और भावुक भी हो गए थे।
धर्मेंद्र का घर, फोटो: ETimes
धर्मेंद्र का साहनेवाल वाला घर और मां-पापा की यादें
धर्मेंद्र जब अपने गांव पहुंचे थे तो भीड़ उनकी राह ताक रही थी और एक्टर को देखते ही घेर लिया। इसके बाद जैसे ही धर्मेंद्र ने अपने घर में कदम रखे तो पुरानी यादों में खो गए। तब धर्मेंद्र ने बताया था कि घर का कौन सा कोना किस चीज के लिए इस्तेमाल किया जाता था। कौन सा सिटिंग या लिविंग रूम था और कहां किचन थी।
जब रोटी बनने पर आवाज लगाती थी मां

धर्मेंद्र ने घर देखकर कहा था कि उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे मां अभी अंदर से आवाज लगाएगी कि रोटी तैयार हो गई है, चल आजा। पापा आएंगे और बोलेंगे कि तू अभी तक स्कूल नहीं गया। धर्मेंद्र के पिता का नाम किशन सिंह और मां का नाम सतवंत कौर था। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद धर्मेंद्र ने एक टैलेंट कॉन्टेस्ट के लिए अपनी फोटो भेजी थी और उसमें सिलेक्ट होने के बाद वह एक्टर बनने मुंबई आ गए थे।

इस स्कूल में पढ़ाते थे धर्मेंद्र के पापा, फोटो: ETimes
टूटी कुर्सी का किस्सा और पापा का रिेएक्शन

फोटो: Twitter@aapkadharam
वीडियो में धर्मेंद्र ने विनय पाठक को अपने भाई-बहन और पूरे परिवार की तस्वीरें दिखाई थीं, जो लिविंग रूम में एक दीवार पर टंगी हुई थीं। वहीं पर धर्मेंद्र बैठ गए और पुरानी यादों में खो गए। धर्मेंद्र ने एक किस्सा बताया कि एक बार उन्होंने और भाई ने कुर्सी तोड़ दी थी। दोनों यह सोचकर डर गए थे कि पापा को पता चला तो वह बुरी तरह पीटेंगे। तब धर्मेंद्र और उनके भाई ने उस टूटी कुर्सी को बड़े करीने से जोड़ा और ड्रॉइंग रूम में रख दिया। धर्मेंद्र की एक आंटी थीं, जो थोड़ी भारी-भरकम थीं। एक बार जब वह घर आईं तो कुर्सी पर बैठ गईं। जब धर्मेंद्र के पापा को टूटी कुर्सी के बारे में पता चला, तो एक्टर ने सारा इल्जाम आंटी पर लगा दिया।