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sexualसेक्स दांपत्य संबंधों का एक अहम हिस्सा है। जो दो लोगों की मर्जी से किया जाने वाला और दो लोगों को प्लैज़र देने का आसान तरीका है। कुछ लोग घंटों इसे एंजॉय करते हैं, तो कुछ एक से दो बार में संतुष्ट हो जाते हैं। यौन संबधों से हमारी बॉडी के अंदर एक उत्साह बना रहता है, जिससे शरीर में हैप्पी हार्मोंस(Comfortable hormones) रिलीज़ होते हैं। इससे न केवल नींद न आने जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं बल्कि इसका प्रभाव हमारी स्किन पर भी नज़र आता है।


दो लोगों में होने वाले सेक्सुअल रिलेशन के दौरान बॉडी एक दूसरे के करीब आती है और रिलेशन डवेल्प होता है। इसमें पेनिस और वज़ाइना दोनों का ही खास रोल है। जानते हैं, वजाइन और पेनिस का साइज़ हमारी सेक्सुअल लाइफ को कैसे प्रभावित करते हैं (Does penis measurement matter)।

जानते हैं इस बारे में क्या कहना है एक्सपर्ट का

इस बारे में बातचीत करते हुए सेक्सोलॉजिस्ट डॉ पल्लवी बर्नवाल का कहना है कि प्लेजर एक ऐसा फिज़िकल, इमोशनल, और मेंटल स्टेट है जहाँ व्यक्ति को एक आनंद की अनुभूति होती है। इसमें साइज़ मैटर नहीं करता है। साइज़ से नहीं बल्कि प्लेजर आपको इंटिमेट टच, सेक्सी टॉक, और ऑर्गॅज़म से हासिल हो सकता है। मगर फिर भी कुछ लोगों की आर्गन साइज़ को लेकर कई तरह की विचारधाराएं हैं।

यौन संबधों से हमारी बॉडी के अंदर एक उत्साह बना रहता है, जिससे हैप्पी हार्मोंस रिलीज़ होते हैं।चित्र : एडॉबीस्टॉक

क्या है पीनस का आदर्श साइज़

इस बारे में सेक्सोलॉजिस्ट डॉ अजय पाल सिंह का कहना है कि सेक्स के लिए इरेक्शन मोड में ऑर्गन का साइज 4 इंच होना चाहिए। इसमें स्टेमिना से ही प्लेजर मिलता है, जो सेक्स के लिए ज़रूरी फेक्टर है। अगर आपके पार्टनर के डिसचार्ज का टाइम सही है यानि 15 से 20 मिनट तो इससे लिबिडो हाई होता है। साथ ही सेक्स के दौरान प्लेजर की प्राप्ति भी होती है।

वहीं दूसरी ओर अगर आपके पार्टनर के पीनस का साइज़ 6 इंच है और स्टेमिना नहीं है, तो भी सेटिसफाई नहीं कर सकते हैं। इस बात का अवश्य ध्यान रखें की अगर साइज 4 इंच से ज्यादा है, तो वो प्लस प्वाइंट है। अगर इससे कम है, तो फिर सेटिसफाई करने में इशूज़ आते हैं। सबसे महत्वपूर्ण डिसचार्ज और इरेक्शन टाइम सही होना चाहिए।

इस बारे में क्या कहते हैं शोध

जर्नल ऑफ सेक्स एंड मेरिटल थेरेपी के मुताबिक पेनिस 5.1 से लेकर 5.5 इंच तक पैनिस इरैक्ट हो जाता है। यूं तो पेनिस के साइज़ का सेक्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और न ही इसका सेहत पर कोई असर होता है। एवरेज पैनिस से भी अगर साइज़ कम है, तो ये व्यक्ति के आत्मविश्वास को कम करने का काम करता है। साथ ही सेक्स को एंजाय करने की क्षमता पर भी इसका असर नज़र आता है। इसके अलावा ज्यादा तनाव और अधिक सोचने से क्लाइमेक्स तक पहुंचना कठिन हो सकता है।

condom ka size
कंडोम का साइज़ के बारे में जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। चित्र : शटरस्टॉक

साइज़ तय नहीं करता यौन संतुष्टि

इंटरनेशनल यूरोगाइनोकोलॉजी जर्नल में पब्लिशड 2010 की एक स्टडी के मुताबिक शोधकर्ताओं ने 40 साल और उससे ज्याद उम्र की करीब 500 स्त्री रोग संबंधी रोगियों के मेडिकल रिकॉर्ड को खंगाला और ये जानने का प्रयास किया योनि की लंबाई और खुलने के आकार का यौन संतुष्टि के बीच कोई संबंध था या नहीं।


रिसर्च के मुताबिक डिज़ायर, ओर्गेज्म, दर्द और यौन संतुष्टि वेज़ाइना के आकार को बड़ा करने के लिए कारगर साबित होता है। स्टडी के मुताबिक आकार और साइज़ से ज्यादा दो लोगों की चाहत और उनका कंफर्ट सेक्स का प्लेजरेबल बनाता है।

इन बातों का रखें खास ख्याल

स्ट्रेस से दूर रहें कई बार तनाव आपकी जीवन पर हावी हो जाता है। इसके चलते आप सेक्स का आनंद नहीं उठा पाते हैं।

मेडिटेशन का सहारा लेना बहुत ज़रूरी है। अगर आप रोज़ाना ध्यान की मुद्रा में बैठेंगे, तो इससे आपकी इंद्रियां आपके बस में आने लगेंगी और आपका मन धीरे धीरे शांत होने लगेगा।

मोटापे को घटाना भी बहुत ज़रूरी है। कई बार मोटापे के चलते आप पूरी तरह से सेक्स में इंवाल्व नहीं हो पाते है।
एक्सरसाइज करें और साइकलिंग का सहारा लें। इससे शरीर में चुस्ती बनी रहती है। साथ ही इससे आप खुद को एक्टिव महसूस करेंगे।

डॉक्टरी सलाह बेहद ज़रूरी है। उनके मुताबिक आप खुद को हेल्दी और एक्टिव बना सकते हैं।

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