ज्यादातर लोगों को सुबह उठने के साथ ही शरीर में अकड़न महसूस होती है। हालांकि, आमतौर पर लोग इसके लिए रात को नींद पूरी न होने, गलत पोजीशन में सोने या अपने मैट्ट्रेस को जिम्मेदार ठहराते हैं। परंतु इसके अलावा कई ऐसी स्वास्थ्य स्थितियां हैं, जो बॉडी स्टिफनेस (Body stiffness) के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं सुबह उठते के साथ शरीर में अकड़न महसूस होने के करण, साथ ही जानेंगे इन्हें डील करने का सही तरीका।


पहले समझे सुबह उठते के साथ क्यों अकड़ जाता है शरीर

मैट्ट्रेस, सोने का गलत पोजीशन और नींद पूरी न होना यह सभी शरीर में अकड़न आने के आम कारण हैं। इसके अतिरिक्त अर्थराइटिस की स्थिति में या जोड़ों से जुड़ी अन्य समस्या की वजह से सुबह उठने के साथ शरीर काफी अकड़ा हुआ महसूस होता है। बॉडी स्टिफनेस इन्फ्लेमेटरी अर्थराइटिस का शुरुआती लक्षण हो सकता है। यदि आपको अर्थराइटिस है तो रात को सोने के बाद सुबह उठते ही शरीर में अकड़न महसूस जरूर होती होगी। वहीं यदि नहीं है और आपको ऐसा हो रहा है, तो फौरन जांच करवाएं।

इसके अलावा थायरॉइड की बीमारी, शरीर में विटामिन डी की कमी, फाइब्रॉम्याल्जिया और सामान्य वजन से अधिक वजन होने की वजह से भी सुबह उठने के बाद बॉडी में अकड़न का एहसास होता है।

बेड योगा से मिलेगी मदद. चित्र : एडॉबीस्टॉक

अब जानें सुबह उठने के साथ शरीर में होने वाले अकड़न से कैसे निपटना है

1. बॉडी स्ट्रैचिंग से मिलेगी मदद

सुबह उठते के साथ बेड पर कुछ आसान से बॉडी स्ट्रेचेज को करने का प्रयास करें। खासकर जीन जॉइंट और मसल्स में अधिक अकड़न का एहसास हो रहा हो, उन्हें स्ट्रेचिंग में अधिक बार शामिल करें। ऐसा करने से मसल्स एक्टिवेट हो जाते हैं, जिससे कि दर्द और खीचन से राहत प्राप्त होती है।


यह भी पढ़ें इन 4 कारणों से वेट लॉस को और आसान बना देता है लौकी का जूस, डायटीशियन बता रहीं हैं इसके और भी फायदे

2. योगासनों की मदद से दूर होगा अकड़न

कई ऐसे योगासन हैं जिनकी मदद से आप अपने बॉडी स्टीफनेस को कम कर सकती हैं। बालासन, भुजंगासन, सेतु बंधासन और मालासन जैसे योगासनों की मदद से आपको सुबह उठने के साथ होने वाले शरीर के अकड़न से राहत मिलेगी। यह योगासन तनाव और दर्द को कम करने में मदद करते हैं, साथ ही आपकी बॉडी को एक्टिवेट कर देते हैं और रीड की हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। यह सभी फैक्टर एक संतुलित और उचित बॉडी पोस्चर के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।

3. हीट थेरेपी से मिलेगी मदद

सुबह उठकर गुनगुने पानी से नहाने या जहां कहीं भी स्टीफनेस हुई है, उस जगह पर हीटिंग पैड या हीटिंग बोतल की मदद से सिकाई करने से राहत मिलेगी। यह मांसपेशियों को आराम पहुंचता है और इन्हें वापस से एक्टिवेट करता है। रात को सोने से पहले बॉडी को अच्छी तरह से ब्लैंकेट में कवर कर लें, क्योंकि अधिक ठंड में रहने से स्टिफनेस महसूस हो सकता है।


jaane kaise dur karna hai stiffness
सुबह जल्दी उठने से शरीर को बॉडी तनाव से मुक्त हो जाती है, पूरे दिन फ्रेशनेस फील होती है। चित्र शटरस्टॉक

4. हेल्दी स्लीप एनवायरनमेंट है जरूरी

रात को नींद पूरी न होने पर भी कई बार बॉडी स्टीफनेस का अनुभव होता है। ऐसे में अच्छी नींद प्राप्त करने के लिए स्लिप एनवायरनमेंट का बेहतर होना महत्वपूर्ण है। कंफर्टेबल मैट्ट्रेस चुने और रूम की लाइटिंग को सही रखें। इसके अलावा 3 बजे के बाद कैफीन लेने और स्मोकिंग करने से बचे। यह सभी आदतें आपकी नींद में खलल डाल सकती हैं।

5. खानपान पर दें विशेष ध्यान

कई बार पोषक तत्वों की कमी के कारण भी सुबह उठते के साथ ही शरीर में अकड़न महसूस हो सकता है। ऐसे में एक हेल्दी डाइट मेंटेन कर शरीर में पोषक तत्वों का बैलेंस बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है। खासकर विटामिन डी की डिफिशिएंसी से नींद आने में कठिनाई होती है। इसलिए धूप के साथ-साथ कुछ खाद्य पदार्थों के माध्यम से भी शरीर में विटामिन डी की मात्रा को बनाए रखें।

यह भी पढ़ें : बिना जिम जाए लोअर बॉडी फैट कम करना है, तो ट्राई करें स्टेपर के साथ की जाने वाली ये 5 एक्सरसाइज




Source link