स्वास्थ्य के लिए बेल के फायदे: कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे व्यक्ति पीड़ित हो जाता है तो आपको 50 तरह की शिकायतें और निराशा हो सकती है। ये एक ऐसी समस्या है जिसमें मल त्याग में कष्ट होता है। पेट में गैस बनने के कारण आपको सिर दर्द, चक्कर आना, मतली, भूख ना लगना, नजरिया जैसे कई लोगों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आपको डिकेक्स का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। कब्ज को दूर करने के लिए आपको बेल फल का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से ना सिर्फ कब्ज से राहत मिलती है बल्कि सेहत को तो कई फायदे भी मिलते हैं। आइए जानते हैं कब्ज में बेल का सेवन या बेल के जूस का सेवन कितना लाभ पहुंचा सकता है।
कब्ज की समस्या में बेल कितना फायदामंद है
बेल में प्रोटीन, फाइबर, पोटेशियम, आयरन जैसे पोषक तत्व और कई विटामिन पाए जाते हैं, जो सेवन से कब्ज की समस्या में आराम देता है। पेट में गैस, डायरिया, कब्ज और पेट दर्द जैसी परेशानी में बेल का सेवन बिलकुल ठीक दवा जैसा काम करता है। अच्छे पाचन और कब्ज को ठीक करने के लिए रेशेदार सावन को खाने की सलाह दी जाती है वहीं बेल भी एक रेशेदार फल है जिसमें मौजूद फाइबर के गुण पाचन तंत्र को हेल्दी और मजबूत बनाने का काम करते हैं। इसमें मौजूद गुण ना केवल कब्ज को जड़ से खत्म करते हैं बल्कि शरीर की और भी कई लेखांकन से चिपकते हैं। बेल की तासीर ठंडी होती है इस वजह से गर्मी में इसका सेवन से पेट भी ठंडा रहता है।
इन में भी लाभ है
- अगर आप घबराहट से परेशान हैं और वजन घटाना चाहते हैं तो गर्मियों में जमकर बेल का शरबत पिएं. बेल में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसके पीने से आपका पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होगा, जिस वजह से आप खाने की क्रेविंग नहीं करेंगे और ऐसे आप तेजी से वजन घटा सकते हैं।
- गर्मी के मौसम में बेल का शरबत शरीर के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। इसके सेवन से पानी की कमी नहीं मिलती है। निर्जलीकरण और लू जैसी समस्या से भी बचने में यह मदद कर सकता है।
- बेल के शरबत के सेवन से हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि इसमें टाइप प्रोफाइल और ट्राइग्लिसराइड को कंट्रोल करने की क्षमता है जो हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं।
बेल का शरबत कैसे बनाएं
बेल का शरबत बाजार में भी मिलता है और आप इसे घर पर भी आसानी से बना सकते हैं। इसके लिए बेल के गूदे को निकाल लें, इसके बीज अलग कर सकते हैं। कुछ देर के लिए गुडे को पानी में जाम दें। इसके बाद रेशे और गूदे को अच्छी तरह से छानकर अलग कर लें, इसमें जरूरी के होश से पानी की स्थिति और व्यक्ति में स्टोर कर चीनी या शहद मिलाकर सेवन करें।
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