Photograph:FILE AMD भारत में करेगी 40 करोड़ डॉलर का निवेश

भारत आने समय में चिप यानि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में ताइवान और चीन की तरह दुनिया का प्रमुख केंद्र होगा। अमेरिकी कंपनी एएमडी ने आज भारत में चिप मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की घोषणा की है। एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज (AMD) ने भारत में अगले पांच साल में 40 करोड़ डॉलर का निवेश करने की घोषणा की। कंपनी बेंगलुरु में अपना सबसे बड़ा डिजाइन केंद्र स्थापित करेगी। ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ कार्यक्रम में देश के प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि अगले 5 से 7 साल में भारत में भी सेमीकंडक्टर निर्माण से जुड़े कम से कम 5 प्लांट स्थापित हो जाएंगे। 

AMD बेंगलुरू में स्थापित करेगी डिजाइन सेंटर 

एएमडी के सीटीओ पेपरमास्टर ने कहा कि कंपनी इस साल के अंत तक बेंगलुरु में अपना नया 5,00,000 वर्ग फुट में फैला डिजाइन केंद्र परिसर खोलेगी। वेदांता समूह के चेयरमैन अग्रवाल ने कहा कि सेमीकंडक्टर परियोजना के पहले चरण में कुल 20 अरब डॉलर के व्यय में पांच अरब डॉलर का निवेश शामिल होगा और उनकी भारत में विनिर्मित चिप ढाई साल में उपलब्ध होगी। अग्रवाल ने कहा कि समूह भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास के उत्पादन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

वेदांता अगले ढाई साल में शुरू कर देगा उत्पादन 

सेमीकॉन इंडिया के दौरान वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि सेमीकंडक्टर परियोजना के पहले चरण में कुल 20 अरब डॉलर के व्यय में पांच अरब डॉलर का निवेश शामिल होगा और उनकी परियोजना ढाई साल में पूरी हो जाएगी। इस महीने की शुरुआत में ताइवान स्थित फॉक्सकॉन, वेदांता के साथ 19.5 अरब अमेरिकी डॉलर के सेमीकंडक्टर संयुक्त उद्यम से हट गई थी। फॉक्सकॉन एप्पल के लिए आपूर्ति करती है। 

फॉक्सकॉन ने की बड़ी घोषणा 

फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ में कहा कि वह भारत में सेमीकंडक्टर मसौदे के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि ताइवान भारत का सबसे भरोसेमंद भागीदार है और हमेशा रहेगा। लियू ने यहां ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ सम्मेलन में कहा कि ”आइए साथ मिलकर यह काम करें। भारत में चिप के लिए एक परिवेश बनाना बहुत बड़ा काम है। जहां चाह है, वहां राह है।” लियू ने इस संबंध में भारत सरकार के दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए देश की सेमीकंडक्टर यात्रा पर भरोसा जताया। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, भारत का चिप बाजार 2026 में लगभग 64 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है, जो 2019 की तुलना में तीन गुना अधिक होगा। 

अगले पांच-सात साल में पांच सेमीकंडक्टर संयंत्र

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि भारत की वैश्विक सेमीकंडक्टर आकांक्षा को आपूर्ति शृंखला से जुड़े हरेक पक्ष से भरपूर समर्थन मिल रहा है और अगले पांच-सात वर्षों में देश के भीतर अरबों डॉलर निवेश वाले पांच चिप विनिर्माण संयंत्र शुरू हो जाने का भरोसा है। वैष्णव ने सेमीकंडक्टर को एक बुनियादी उद्योग बताते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े फ्रिज, टीवी, कार एवं ट्रेन जैसे तमाम उत्पादों में होता है। इसी वजह से सरकार भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर विनिर्माण गतिविधियों का हिस्सा बनाना चाहती है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि हरेक सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र के लिए पांच अरब डॉलर या उससे अधिक निवेश की जरूरत होगी। इसका गुणक प्रभाव इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल फोन एवं लैपटॉप विनिर्माण और आईटी हार्डवेयर क्षेत्र पर भी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, “व्यावहारिक तौर पर हरेक विनिर्माण क्षेत्र को इससे बढ़ावा मिलेगा।” 

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